बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के 67वें पुन्य तिथि पर उन्हें शत शत नमन।
मैं एक समुदाय की प्रगति को उस प्रगति की डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है। बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए। भाग्य में नहीं, अपनी शक्ति में विश्वास रखो। शिक्षा महिलाओं के लिए भी उतनी ही जरूरी है जितनी पुरषों के लिए। ज्ञान हर व्यक्ति के जीवन का आधार है। आप स्वाद को बदल सकते हैं पर जहर को अमृत में परिवर्तित नही किया जा सकता। संविधान केवल वकीलों दस्तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन का एक माध्यम है। देश के विकास से पहले अपनी बुद्धि के विकास की आवश्यकता है। यदि आप मन से स्वतंत्र हैं तभी आप वास्तव में स्वतंत्र हैं। महान प्रयासों को छोड़कर इस दुनिया में कुछ भी बहुमूल्य नहीं है। अच्छा दिखने के लिए नहीं बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ।
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